जम्मू कश्मीर पुलिस व्यवस्था में सुधार से आई है आतंकवाद में कमी
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में आतंकवाद की नकेल कसने में सरकार ने अपने वादे को पूरा किया है। धारा 370 हटने के बाद से जम्मू कश्मीर पुलिस सक्षमता से आतंकवाद कोसमाप्त करने के काम और कानून व्यवस्था को सही करने में लगी हुई है। यही नहीं बल्कि पुलिस ने 2022 के अंत तक जेएंडके में सक्रिय आतंकियों की संख्या को सौ तक लाने का मिशन भी बना रखा है। 2022 के पहले चार महीनों में ही पुलिस ने अपने मिशन को पूरा करने में काफी सक्रियता दिखाई। शुरूआती चार महीनों में जेएंडके में 64 आतंकवादी मारे गये। इससे आतंकवाद की कमर को तोड़ने में काफी सहायता मिली।
जम्मू कश्मीर सरकार ने आतंकवादियों को सरेंडर करने के लिए प्रेरित करने हेतु काफी नीतियां चलाई हैं। एक आतंकवादी को सरेंडर करने पर उसका पुर्नावास किया जाता है। 2019 में उसे स्टिपनड भी दिया जाता है जोकि करीब छह हजार है। हांलाकि यह हार्डकोर आतंकियों को नहीं दिया जाता है। आतंकवादी सरेंडर करने के बाद प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत स्वरोजगार हेतु आवेदन दे सकता है। तीन साल तक अच्छा वर्ताव करने के बाद उसे पांच से छह लाख का फिक्स डिपाजट भी मिलता है।
(जी.एन.एस)